Song By: Jagjit Singh
तुम इतना जो मुस्कुरा रहे हो (2)
क्या गम है जिसको छुपा रहे हो (2)
क्या गम है जिसको छुपा रहे हो (2)
तुम इतना जो मुस्कुरा रहे हो
आँखों में नमी, हँसी लबों पर (2)
क्या हाल है क्या दिखा रहे हो (2)
क्या गम है जिसको छुपा रहे हो
क्या हाल है क्या दिखा रहे हो (2)
क्या गम है जिसको छुपा रहे हो
तुम इतना जो मुस्कुरा रहे हो
बन जायेंगे ज़हर पीते पीते (2)
ये अश्क जो पिए जा रहे हो (2)
क्या गम है जिसको छुपा रहे हो
तुम इतना जो मुस्कुरा रहे हो
जिन ज़ख्मों को वक़्त भर चला है (2)
तुम क्यों उन्हें छेड़े जा रहे हो (2)
क्या गम है जिसको छुपा रहे हो
तुम इतना जो मुस्कुरा रहे हो
रेखाओं का खेल है मुक़द्दर (2)
रेखाओं से मात खा रहे हो (2)
क्या गम है जिसको छुपा रहे हो
रेखाओं से मात खा रहे हो (2)
क्या गम है जिसको छुपा रहे हो
तुम इतना जो मुस्कुरा रहे हो
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